शुन्य से लेकर ६ वर्ष की आयु के बालकल्याण समिती द्वारा प्राप्त शिशूआेंकाे संभाल तथा संगोपन इस संस्थेद्वारा किया जाता है।
अभी तक दत्तक विधान द्वारा ७० बालकोंका पुनर्वसन, शिशूआेंकी बालरोग तज्ञ द्वारा नियमित जाँच तथा प्रशिक्षीत परिचारिका द्वारा शिशूआेंकी देखभाल